सचिन पायलट के मीडिया सलाहकार पर केस, कहीं फिर सियासी संकट की ओर तो नहीं बढ़ रहा राजस्थान?
राजस्थान में एक बार फिर सियासी संकट बढ़ता नजर आ रहा है। पुलिस ने सचिन पायलट के सरकारी आवास में उनके मीडिया सलाहकार लोकेंद्र सिंह से पूछताछ की है। विधायकपुरी थाना पुलिस ने लोकेंद्र सिंह के साथ एक न्यूज चैनल के पत्रकार शरत कुमार के खिलाफ भी आइटी एक्ट व भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में तैनात साइबर पुलिस थाना अधिकारी ने दोनों के खिलाफ पुलिस की छवि खराब करने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। दर्ज कराई गई एफआइआर में कहा गया कि पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात सोशल मीडिया हैंडलिंग कर्मचारी सुरेंद्र यादव ने ड्यूटी ऑफिसर सत्यपाल सिंह को व्हाट्सऐप मैसेज दिखाए, जिनमें वायरल किया जा रहा था कि जैसलमेर के जिस सूर्यगढ़ होटल में विधायक मंत्री और विधायक ठहरे थे, वहां चार जैमर अजायब इलेक्ट्रॉनिक्स के लगाए गए हैं। इनके माध्यम से मंत्री और विधायकों के फोन टेप किए जा रहे हैं। जयपुर के मानसरोवर स्थित एक होटल से इन जैमर्स को हैंडल किया जा रहा है। यादव ने बताया कि ये व्हाट्सऐप मैसेज भ्रामक प्रचार के उद्देश्य से वायरल किए जा रहे थे। ये मैसेज लोकेंद्र सिंह के मोबाइल से वायरल हुएl
रिपोर्ट में कहा गया कि यह भ्रामक सूचना शरत कुमार ने तैयार की, जिसे लोकेंद्र सिंह ने वायरल की। शरत कुमार ने भी ये मैसेज कुछ जगह भेजे। रिपोर्ट के साथ शरत कुमार द्वारा जारी किए गए समाचार की सीडी भी संलग्न की गई है।
सात अगस्त की घटना को लेकर अब छह अक्टूबर को मुकदमा दर्ज होने से हर कोई हैरान है। छह अगस्त को कंट्रोल रूम में तैनात ड्यूटी ऑफिसर इन आरोपों से बहुत ही व्यथित हुआ और उसने साइबर थाने में जाकर बदनाम करने की शिकायत दर्ज कराई थी। साइबर थाना अधिकारी सुरेंद्र पंचोली ने सचिन पायलट की बगैर इजाजत के उनके निवास में घुसकर मीडिया मैनेजर से पूछताछ की। इसके बाद जयपुर के पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव की अनुमति से साइबर क्राइम थाना अधिकारी ने छह अक्टूबर को पूरे मामले को लेकर विधायकपुरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया। इसमें उन्होंने पायलट के मीडिया मैनेजर और टीवी पत्रकार पर पुलिस की छवि खराब करने का भी आरोप लगाया है।
0 टिप्पणियाँ